अपने आशीर्वचन में माँ विजया ने कहा प्रतिदिन कम से कम एक घंटा परमात्मा के लिए जरूर निकालें। नवरात्रा के 9दिन ही नहीं, सभी 365दिन कम से कम...
धर्म-ज्योतिष

9 दिन नहीं, सभी 365 दिन एक घंटा परमात्मा के लिए जरूर निकालें: माँ विजया

‘इस्सयोग भवन’ में 180कन्याओं और ‘बाल-भैरव’ का किया गया पूजन, दी गयी भेंटें। सपन्न हुई 24 घंटे की अखंड-साधना। पटना, संवाददात। अपने आशीर्वचन में माँ विजया ने कहा प्रतिदिन कम से कम एक घंटा परमात्मा के लिए जरूर निकालें। नवरात्रा के 9दिन ही नहीं, सभी 365दिन कम से कम एक घंटा का समय माता के […]

जानें कैसे और कहां कहां स्थापित हुए 51 शक्तिपीठ । भगवान शिव और शक्ति दोनों एक दूसरे के पूरक हैं तो इनके रिश्ते में अगाध प्रेम भी। तभी तो ...
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विष्णु के चक्र से क्षत-विक्षत होकर जहां गिरे सती के अंग, और स्थापित हुए 51 शक्तिपीठ

कथा के अनुसार 51 शक्ति पीठ हैं इस धरा पर कुछ. कुछ देश में तो कुछ विदेशों में भी। जब पति शिव का हुआ अपमान तब हवनकुंड में प्रवेश कर सती ने दी प्राणाहुति। जानें कैसे और कहां कहां स्थापित हुए 51 शक्तिपीठ। भगवान शिव और शक्ति दोनों एक दूसरे के पूरक हैं तो इनके […]

रक्षाबंधन 2023 आने को है। लेकिन इस साल दुविधा यह है कि राखी का त्योहार कब मनाया जाएगा। 30 अगस्त या 31 अगस्त को। आपके लिए इस आलेख में यह...
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रक्षाबंधन 2023 : कब है राखी का त्योहार 30 या 31 अगस्त को ?

सावन शुरू होते ही बहनें इस माह के पूर्णिमा का इंतज़ार करने लगती हैं। इसी माह के पूर्णिमा को वे अपने भाइयों की दाहिनी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर दृष्ट तथा अदृष्ट विघ्नों से उनके रक्षा की कामना करती हैं न सिर्फ उनके रक्षा की कामना करती हैंबल्कि अपने संबंध की प्रगाढ़ता की भी कामना […]

भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग पर रुद्राभिषेक करने का अलग ही महत्व है। ज्योतिर्लिंग पर रुद्राभिषेक से शिव भक्तों की मनोकामना निश्चित ही...
धर्म-ज्योतिष

द्वादश ज्योतिर्लिंग: जानें कहां अवस्थित हैं ज्योतिर्लिंग और क्या हैं इसके महत्व

यूं तो तो करोड़ों शिवलिंग देश भर में है, जुनकी पूजा अर्चना नियमित होती है। अकेले कर्नाटक के कोटिलिंगेश्वर मंदिर में 90लाख से अधिक छोटे बड़े शिवलिंग स्थापित हैं। लेकिन ज्योतिर्लिंग इन सब से अलग होता है। ज्योतिर्लिंग मतलब भगवान शिव का ज्योति रूप में प्रकट होना। खास बात है कि यह स्वनिर्मित और स्वप्रकटित […]

जब महादेव ने लिया हनुमान रूप में अवतार । कलियुग में तारणहार देवताओं के लिए सर्वोत्तम भक्त और कलियुग में साक्षात भगवान के रुप में प्रचलित म...
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शिव अवतार: कब और कैसे शिव ने लिया हनुमान रूप में अवतार

शिवकथा के अनुसार शिव ने कई अवतार धारण किये हैं। इनमें से ऋषि दुर्वाषा अवतार, गृहपति अवतार,शरभ अवतार और भिक्षुवर्य अवतार को आप Xposenow.com में पढ चुके हैं । शिव अवतार की इस कइी में जानिए शिव के हनुमान अवतार के बारे में। जब महादेव ने लिया हनुमान रूप में अवतार । कलियुग में तारणहार […]

ज्योतिषीय आकलन के अनुसार यह वर्ष एक अद्भुत संयोग का वर्ष है। भारत में महापरिवर्तण के संकेत साफ दिख रहे हैं। इस वर्ष आज़ादी महोत्सव के समय...
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ज्योतिषीय आकलन :  भारत में महापरिवर्तन की दस्तक

15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजी दासता से मुक्त हुआ, आज़ाद हुआ। 2023  में  भारत  अपनी  आज़ादी  के  76  वर्ष  पूरे  करके 77 वां वर्ष में प्रवेश करेगा हर आने वाला वर्ष एक दूसरे से सर्वथा भिन्न होता है। क्या है  इस  वर्ष  के  गर्भ  में। इसे भारतवर्ष की कुंडली में चलने वाली दशा और ग्रहों की स्थिति के अधार पर बता रही हैं ज्योतिषी,  योग  और  अध्यात्मिक  चिंतक बी  कृष्णा ज्योतिषीय आकलन के अनुसार यह वर्ष एक अद्भुत संयोग का वर्ष है। भारत में महापरिवर्तन के संकेत साफ दिख रहे हैं। इस वर्ष आज़ादी महोत्सव के समय सावन अधिक मास है और वर्ष 1947 में जब भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की थी तब भी सावन अधिक मास बीत रहा था। […]

7 अगस्त को वक्री शुक्र कर रहे हैं कर्क राशि में प्रवेश। ऐसे में सवाल लाजिमी है कि क्या करेंगे वक्री शुक्र। ज्योतिषीय गणना के आधार पर हम य...
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वक्री शुक्र 7 अगस्त से कर्क राशि में, कुछ तो होगा खास

हमारा पहला स्वतंत्रता दिवस श्रावण अधिक मास में पड़ा था और इस बार का स्वतंत्रता दिवस भी अधिक श्रावण मास में मनाया जायेगा। यह एक अद्भुत संयोग है। वक्री शुक्र अर्थात अनुगामी शुक्र – सोच विचार कर लें निर्णय। 7 अगस्त को वक्री शुक्र कर रहे हैं कर्क राशि में प्रवेश। ऐसे में सवाल लाजिमी […]

वक्री शुक्र : धर्म,न्याय और वित्त की कमान संभालनेवाले बृहस्पति का अग्नि तत्व राशि,मेष राशि में राहु के साथ होकर कड़े अनुशासन के पालनकर्ता ...
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वक्री शुक्र: आज से शुक्र हुए वक्री, देश और दुनिया की राजनीति बंटेगी दो खेमे में

आज 23 जुलाई 2023 को सुबह 07.02 मिनट पर शुक्र वक्री हो गए। राजनीति के कारक और जानकार शुक्र ग्रह अब वक्री होकर सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं। अब शुक्र4 सितम्बर को मार्गी होंगे। ऐसे में देश और दुनिया की राजनीति में परिवर्तण अवश्यमभावी है।क्या परिवर्तण हो सकते हैं, बता रही हैं ज्योतिष […]

माना जाता है कि शिव उपासना से स्वतः भगवान ब्रह्मा एवं विष्णु की भी उपासना हो जाती है। मान्यता है कि त्रिदेवों में परस्पर कार्य भेद नहीं ह...
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शिव उपासना से ही स्वतः हो जाती है ब्रह्मा और विष्णु की उपासना

माना जाता है कि शिव उपासना से स्वतः भगवान ब्रह्मा एवं विष्णु की भी उपासना हो जाती है। मान्यता है कि त्रिदेवों में परस्पर कार्य भेद नहीं है। जो भेद दिखता है, वह केवल लीला मात्र है। शिवपुराण में भगवान शिव के परात्पर निर्गुण स्वरूप को ‘सदाशिव’, सगुण स्वरूप को ‘महेश्वर’, विश्व का सृजन करने […]

शिवपुराण के अनुसार अति क्रोध के संवाहक ऋषि दुर्वाषा भी भगवान शिव के ही अवतार हैं। माना जाता है कि महादेव के आठवें अवतार थे ऋषि दुर्वाषा। ...
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शिव अवतार: महादेव के आठवें अवतार थे ऋषि दुर्वाषा

शिवपुराण के अनुसार अति क्रोध के संवाहक ऋषि दुर्वाषा भी भगवान शिव के ही अवतार हैं। माना जाता है कि महादेव के आठवें अवतार थे ऋषि दुर्वाषा। अति क्रोध और बात बात में शाप देने के लिए जाने जाते हैं महर्षि दुर्वाषा। कथा के अनुसार निःसंतान महर्षि अत्री और माता अनसुइया संतान प्राप्ति के लिए […]